Music lets me forget bad experiences. You can not keep ragas and regrets in your mind together.
Ustad Bismillah Khan
ये कहानी तब की है जब साल 2017 बीत रहा था। साल 2017 के बड़े विवादों में एक विवाद फिल्म इंडस्ट्री से भी जुड़ा रहा। उस विवाद के बारे में…
साल 1965 की बात है। मशहूर अभिनेता देव आनंद ‘गाइड’ बना रहे थे। फिल्म के संगीत का जिम्मा सचिव देव बर्मन पर था। अचानक एक बड़ा हादसा हुआ। बर्मन दादा…
साल 1999 की बात है। एआर रहमान फिल्म इंडस्ट्री के कामयाब संगीतकार के तौर पर पहचान बना रहे थे। बॉम्बे, रंगीला, दिल और जेंटलमैन जैसी फिल्मों का संगीत फिल्म इंडस्ट्री…
राग विभास में परत दर परत कई कहानियां छुपी हुई हैं। ये कहानियां बेहद दिलचस्प हैं। 70 के दशक के अंतिम सालों की बात है। अभिनेता शशि कपूर ने अपना…
मशहूर संगीतकार मदन मोहन अपने फिल्मी संगीत में सितार का इस्तेमाल जमकर किया करते थे। उन्हें हिंदी फिल्मों में ग़ज़लनुमा गीतों को कंपोज करने का श्रेय दिया भी जाता है…
आइए अब आपको राग केदार के शास्त्रीय पक्ष के बारे में बताते हैं। इस राग की उत्पत्ति कल्याण थाट से मानी जाती है। इस राग में दोनों मध्यम प्रयोग किए…
राग यमन का ये किस्सा बड़ा दिलचस्प है। कहते हैं मधुबाला को राग यमन से बहुत प्यार था। इतना प्यार कि वो खुद को ‘मिस यमन’ कहलाना पसंद करती थीं।…
साल 1978 की बात है। मशहूर अभिनेता देव आनंद एक फिल्म बना रहे थे- देस परदेस। इस फिल्म के प्रोड्यूसर-डायरेक्टर भी वही थे। इस फिल्म को सिनेमा फैंस कई वजहों…
हिंदुस्तान की आजादी के दस बरस बीत गए थे। 1957 में अमिय चक्रवर्ती की एक फिल्म रिलीज हुई। फिल्म का नाम था- देख कबीरा रोया। अमिय चक्रवर्ती सिनेमा की बड़ी…
राग ललित की कहानी दो महान शायरों की कलम के जादू के बहाने से करेंगे। पहले शायर हैं शकील बदायूंनी और दूसरे साहिर लुधियानवी। दोनों एक दूसरे के लगभग समकालीन।…
ये कहानी उस एतिहासिक फिल्म से जुड़ी हुई है जो भारतीय फिल्म इतिहास की सबसे चर्चित फिल्मों में से एक है। वो फिल्म है- मुगले-आजम। इस फिल्म को बनाने में…
साल 1960 की बात है। डायरेक्टर एस यू सनी एक फिल्म बना रहे थे- कोहिनूर। एस यू सनी इससे पहले भी करीब आधा दर्जन फिल्में बना चुके थे। इसमें ‘मेला’…
80 के दशक की बात है। दूरदर्शन का दौर था। देश में कांग्रेस की सरकार थी। राष्ट्रीय एकता को बढ़ाने के लिए दो बहुत ही खूबसूरत वीडियो बनाए गए थे।…
साल 1990 की बात है। विश्वविख्यात बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया जापान में थे। एक रोज उनके कमरे में फोन आया, पता चला कि फोन हॉलैंड से आया है। हॉलैंड…
क्या आपने सुना या सोचा भी है कि किसी राग का नाम किसी जगह से जुड़ा हुआ हो। शास्त्रीय संगीत की परंपरा में जगहों के नाम पर घराने तो होते…
ये साल 1966 की बात है। विजय आनंद के निर्देशन में फिल्म तीसरी मंजिल रिलीज हुई। इस फिल्म में शम्मी कपूर और आशा पारिख अभिनय कर रहे थे। इस फिल्म…
उर्दू शायरी में फैज अहमद फैज का मुकाम बहुत बड़ा है। 1943 में उनकी पहली किताब आई थी- ‘नक्श-ए-फरयादी’। इस किताब में एक ग़ज़ल थी-मुझ से पहली-सी मोहब्बत मेरे महबूब…
हिंदुस्तानी संगीत का बड़ा नाम हैं वनराज भाटिया। 31 मई 1927 को मुंबई में जन्मे वनराज भाटिया ने वेस्टर्न क्लासिकल म्यूजिक की ट्रेनिंग ली थी। बावजूद इसके उन्होंने तमाम हिंदी…
70 के दशक की बात है। राजेश खन्ना सुपरस्टार बन चुके थे। परदे पर रोमांस करने का उनका अंदाज एक जादू की तरह था जो दर्शकों के सिर चढ़कर बोलता…
साल 1979 की बात है। जाने माने शायर निर्माता निर्देशक गुलजार साहब एक फिल्म बना रहे थे। फिल्म का नाम था-मीरा जो हिंदू संत मीरा के जीवन के पहलुओं पर…
ये वो दौर था जब हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पर केएल सहगल का जादू बोलता था। सिर्फ 42 साल की उम्र में दुनिया छोड़ गए केएल सहगल का फिल्म इंडस्ट्री में करियर…
साल 1944 की बात है। उस दौर के बड़े संगीतकार राम गांगुली के पास एक दिन एक नया कलाकार आया। उस कलाकार को बांसुरी बजानी आती थी। शहनाई बजानी आती…
इस कहानी के तीन किरदार हैं। तीनों कला की अलग अलग दुनिया से हैं लेकिन तीनों में एक रिश्ता है। वो रिश्ता है संगीत का। इन तीनों किरदारों में से…
1965 में मनोज कुमार और माला सिन्हा की एक फिल्म ने इंडस्ट्री में धूम मचा दी। इस फिल्म को विजय भट्ट ने डायरेक्ट किया था। फिल्म ने ना सिर्फ उस…
साल 1958 की बात है। मशहूर अभिनेता देव आनंद एक फिल्म बना रहे थे, फिल्म के निर्देशन का जिम्मा राज खोसला पर था। ये फिल्म देव आनंद के अपने बैनर…
साल 1961 की बात है। मशहूर अभिनेता देव आनंद एक फिल्म बना रहे थे। इस फिल्म में उनके साथ नंदा, साधना शिवदासानी, लीला चिटनिस और ललिता पवार अभिनय कर रहे…
जाने-माने गायक मुकेश को कौन नहीं जानता। उन्होंने सैकड़ों सुपरहिट गाने गाए हैं। लंबे समय तक वो शोमैन राज कपूर की आवाज थे। लेकिन ये बात कम ही लोग जानते…
साल 1991 की बात है। जाने माने फिल्मकार गुलजार साहब एक फिल्म बनाना चाहते थे। फिल्म का नाम था- लेकिन। ये फिल्म रवींद्रनाथ टैगोर की कहानी पर आधारित थी। फिल्म…
भारतीय सिनेमा इतिहास की कालजयी फिल्मों में से एक फिल्म है मुगल-ए-आजम। इस फिल्म के दर्जनों किस्से मशहूर हैं। निर्देशक के. आसिफ ने फिल्म को बनाने में जितना समय लिया उससे…
1972 में एक फिल्म आई थी- अमर प्रेम। शक्ति सामंत की ये फिल्म जबरदस्त हिट हुई थी। इस फिल्म में राजेश खन्ना, शर्मिला टैगोर और विनोद मेहरा जैसे कलाकार थे।…
इस नए राग की कहानी की शुरुआत एक सवाल से करते हैं। क्या आप जानते हैं कि लता मंगेशकर ने जब पहली बार ऑल इंडिया रेडियो के लिए रिकॉर्डिंग की…
अब्दुल रशीद कारदार हिंदी सिनेमा की बड़ी शख्सियतों में से एक थे। आजादी के पहले पाकिस्तान के सिनेमा को स्थापित करने में भी उनका बड़ा रोल था। उन्हें एआर कारदार…
1947 के अगस्त महीने की बात है। भारत आजाद होने वाला था। 15 अगस्त 1947 को देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को लाल किले से तिरंगा फहराना…
1965 के अप्रैल महीने की बात है। देश की एक बहुत जानी मानी नृत्यांगना का 21वां जन्मदिन था। ये नृत्यांगना देश के एक बेहद प्रतिष्ठित परिवार से थीं। उनके दादा…
साल था 1956। अनंत ठाकुर बतौर डायरेक्टर अपने करियर की चौथी फिल्म बना रहे थे। इस फिल्म के लिए उन्होंने पहली बार उस दौर के बड़े स्टार्स को साइन किया…
1971 में ऋषिकेश मुखर्जी की एक फिल्म आई थी। फिल्म गुलजार ने लिखी थी। इस फिल्म में एक-दो नहीं बल्कि दर्जनों अभिनेता-अभिनेत्रियों ने एक्टिंग की थी। अगर आपको यकीन ना…
राग खमाज खुशी और श्रृंगार का राग है। इसका व्याकरण देखें तो इस राग की उत्पत्ति खमाज थाट से ही मानी गई है, यानी ये अपने थाट का आश्रय राग…
राग खम्बावती के शास्त्रीय पक्ष के बारे में बताते हैं। राग खम्बावती खमाज थाट का राग है। इस राग की जाति संपूर्ण षाढव है। इस राग में वादी स्वर ‘म’…
अब आपको हमेशा की तरह राग के शास्त्रीय पक्ष के बारे में बताते हैं। राग कलावती खमाज थाट का राग है। इस राग में ‘ग’ वादी और ‘ध’ संवादी स्वर…
आपको राग काफी के शास्त्रीय पक्ष के बारे में बताते हैं। राग काफी की रचना काफी थाट से मानी गई है। बिलावल और कल्याण राग की तरह ही ये भी…
आपको राग कामोद के शास्त्रीय पक्ष के बारे में बताते हैं। राग कामोद की उत्पत्ति कल्याण थाट से मानी जाती है। इसमें दोनों मध्यम प्रयोग होते हैं। इस राग में…
अब आपको इस राग के शास्त्रीय पक्ष के बारे में बताते हैं। इस राग के नाम को अलग अलग तरीके से पुकारा जाता है। कौशिक कांहड़ा को कौंसी कांहड़ा भी…
राग किरवानी के शास्त्रीय पक्ष के बारे में आपको बताते हैं। किरवानी में यूं तो खयाल भी गाया बजाया जाता है लेकिन इस राग को सुगम संगीत या लाइट म्यूजिक…
फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसी जोड़ियां परदे पर बनीं जिन्हें दर्शकों ने दिल खोल कर सराहा। मसलन- नरगिस और राज कपूर की जोड़ी। इसके अलावा दिलीप कुमार- वैजयंती माला, गुरूदत्त-वहीदा…